
जयप्रकाश विश्वविधालय कल से होने वाली सत्र 2022-25 Subsidiary की परीक्षा रद्द, अब पुनः परीक्षा 12 मार्च से आयोजित कि जाएगी
जयप्रकाश विश्वविधालय कल से होने वाली सत्र 2022-25 Subsidiary की परीक्षा रद्द, अब पुनः परीक्षा 12 मार्च से आयोजित कि जाएगीः जयप्रकाश विश्वविद्यालय प्रशासन ने स्नातक की परीक्षा का प्रश्न वायरल होने के बाद चार मार्च से शुरू होने वाली सब्सिडियरी विषयों की परीक्षा को फिलहाल स्थगित कर दिया है। अब 12 मार्च से सब्सिडियरी विषयों की परीक्षा शुरू होगी। हालांकि परीक्षा शेड्यूल को आगे बढ़ाने का कारण प्रश्न लीक होने की बात विवि प्रशासन ने नहीं स्वीकारी है लेकिन जो अंदरखाने में चर्चा है उसके अनुसार अचानक परीक्षा की तिथि में बदलाव का मुख्य कारण प्रश्न लीक ही माना जा रहा है।
[elementor-template id=”1342″]
विवि के परीक्षा नियंत्रक ने जारी अधिसूचना में कहा है कि कुलपति के आदेशानुसार स्नातक प्रथम खण्ड परीक्षा-2023 की सब्सिडियरी परीक्षा जो चार से 13 मार्च तक होने वाली थी, को पुनः निर्धारित किया जाता है।
जयप्रकाश विश्वविधालय कल से होने वाली सत्र 2022-25 Subsidiary की परीक्षा रद्द
अब यह परीक्षा 12 मार्च से आयोजित की जायेगी जिसका संशोधित कार्यक्रम विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर दे दिया जाएगा। साथ ही सभी कॉलेजो के प्राचार्यों-केन्द्रधीक्षकों को भी उपलब्ध करा दिया जाएगा। इस बीच समस्त महाविद्यालयों के प्राचार्य अपने कॉलेज के परीक्षार्थियों की प्रायोगिक परीक्षा छह मार्च से 11 मार्च के बीच आयोजित करेंगे। उक्त प्रायोगिक परीक्षा का कार्यक्रम संबंधित महाविद्यालयों के प्राचार्यों को शीघ्र भेजा जायेगा।
प्रश्न लीक करने वालों पर कार्रवाई होगी (Action will be taken against those who leak questions)
विश्वविद्यालय प्रशासन कदाचारमुक्त परीक्षा को लेकर केंद्रों की लगातार निगरानी कर रहा है। निरीक्षण दल के अलावा अफसर भी मॉनिटरिंग कर रहे हैं जिसकी वजह से ऑनर्स विषयों की परीक्षा में कुल सौ के करीब परीक्षार्थी निष्कासित किये गए हैं लेकिन अब जब परीक्षा के प्रश्न लीक होने व व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं तो कई परीक्षार्थियों ने इन परीक्षाओं को रद्द करने की मांग शुरू कर दी है।
[elementor-template id=”1342″]
प्रश्न पत्र की बजाय सिर्फ प्रश्न वायरल हुई, इस पर प्रश्न (Instead of the question paper, only the question went viral, question on it)
अभी तक परीक्षाओं में अमूमन प्रश्न पत्र वायरल होने की बात सामने आई थी लेकिन इस बार सिर्फ प्रश्न वायरल होकर कई गंभीर सवाल को खड़ा कर दिया है। कुछ जानकार लोगों से बातचीत करने के बाद यह बात सामने आई कि प्रश्न पत्र की कॉपी वायरल होने के बाद उसके बैकग्राउंड से कुछ हद तक ट्रेस लगाया जा सकता है कि कब, कहां और कैसे प्रश्न पत्र की तस्वीर ली गई है। प्रश्न पत्र का ट्रेस नहीं मिले, इसके लिए प्रश्नों को वायरल करने में शामिल रैकेट के लोग सिर्फ प्रश्न को टेक्स्ट फॉर्मेट में तैयार कर अच्छी खासी कमाई कर लिए हैं।
- 06 मार्च से 11 मार्च 2024 तक प्रायोगिक परीक्षा लिया जाएगा।
- स्नातक परीक्षा का प्रश्न वायरल होने के बाद परीक्षा समय में बदलाव किया गया।
- परीक्षा की नोटिस जारी किया गया हैं। निचे नोटिस दिया गया हैं।
- अधिकारिक वेबसाइट






